सम्पूर्ण चाणक्य नीति
वह चणक का पुत्र होने के नाते चाणक्य था। उसकी चालें शत्रु की पकड़ में नहींआती थी,अति कुटिल थीं, इसलिए लोगौं ने नाम दिया था—कौटिल्य ।
श्रीमद्भागवत गीता
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देवदेव।।